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वर्षा ऋतू पर निबंध – Varsha Ritu Par Nibandh For Every Class

दोस्तों आज हम लोग पढ़ने वाले हैं Varsha Ritu Par Nibandh इसमें हम देखेंगे वर्षा ऋतु हमारे जीवन को किस तरह से प्रभावित करता है और हमारे जीवन में इसकी महत्वता क्या है।

हमने इस लेख में Varsha Ritu Par 3 Nibandh दे रखे हैं जिनमें से कुछ निबंध बड़े हैं और कुछ छोटे हैं, तीनों निबंधों को आप ध्यानपूर्वक पढ़े। 

वर्षा ऋतु गर्मियों के मौसम के बाद आती है। वर्षा ऋतु ना केवल हमारे आशाओं को पूर्ण करती है साथ ही हमारी धरती मां की प्यास भी वर्षा के आने से पूरी होती है। आइए पढ़ते हैं Varsha Ritu Par Nibandh Hindi Mein

1. Varsha Ritu Par Nibandh Hindi Mein

वर्षा ऋतु सबसे अधिक प्रिय मानी जाती है या हमारे देश भारत में तीन से चार महीनों के लिए आती है वर्षा ऋतु के आगमन को मॉनसून भी कहा जाता है किसी किसी राज्य में या पहले आती है और किसी राज्य में या बाद में आती है जैसा कि हम सभी जानते हैं की वर्षा ग्रीष्म ऋतु के बाद आती है।

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गर्मी की लहर झेल रहे जीव जंतु मानव समाज फूल फसल इत्यादि के लिए वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नहीं होती है अगर आप साधारण शब्दों में से समझे तो या किसी किसान के लिए भगवान के आशीर्वाद से कम नहीं होता है अगर बारिश सही समय पर ना हो तो किसान की फसल बर्बाद हो सकती है हमारे देश में कई ऐसे राज्य हैं जहां पर अगर सही समय पर बारिश नहीं होगी तो वहां पर सूखा आ जाता है इन राज्यों में राजस्थान महाराष्ट्र आदि शामिल है 

भारत में सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र मासिनराम (मेघालय) है,इसके अलावा चेरापूंजी मैं भी काफी अधिक वर्षा होती है कई राज्यों में बारिश की वजह से कई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिनमें से बाढ़ बांधों का टूटना गांव में जलमग्न तथा शहरी क्षेत्रों में नालों में उफान आ जाता है जिससे रोड पर खूब सारा पानी जमा हो जाता है जिससे आम जनजीवन प्रभावित होता है

हमें बारिश के सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों पक्षों को देखना होगा क्योंकि हम सबको पता है किसी भी कार्य या परिस्थिति  का दो पहलू होता है एक जो सकारात्मक होता है जो लोगों के लिए अच्छी चीजें खुशियां तथा जीवन को उन्नत करता है वहीं दूसरी ओर कुछ नकारात्मक पहलू भी होते हैं जिनसे मानव जीवन पशु जीवन तथा अन्य पादप जगत नकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं।

आज हम वर्षा ऋतु के उन दोनों पक्षों के ऊपर चर्चा करेंगे साथ ही आपको यह बताएंगे वर्षा ऋतु को सभी ऋतु की रानी क्यों कहा जाता है एक-एक करके हम आपके सभी सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

आइए सबसे पहले हम वर्षा ऋतु के सकारात्मक पक्ष के ऊपर चर्चा करते हैं वर्षा ऋतु का सबसे सकारात्मक पक्ष यह है यह हम लोगों के जीवन में गर्मी से राहत देने का काम करता है गर्मी और सर्दी के जो बीच का संबंध यह समय होता है उसे ही वर्षा ऋतु कहा गया है इस ऋतु में किसान की कई सारी फसलें ऐसी होती है जिन्हें पानी की आवश्यकता होती है ऐसे में बारिश की वजह से उन्हें पानी मिल जाता है और उनकी फसलें उपजाऊ हो जाती है उनकी जमीनें और अधिक उपजाऊ होती है

वही जंगलों या अभयारण्य के जीव जंतुओं के लिए वर्षा ऋतु एक उपहार की तरह है आजकल बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग की वजह से तापमान गर्मी के दिनों में सामान्य से काफी ज्यादा बढ़ जाता है जिससे न सिर्फ मनुष्य बल्कि जानवर भी परेशान हो जाते हैं ऐसी परिस्थिति में वर्षा ऋतु का आना उनके लिए उल्लास का विषय होता है।

वही संक्षेप में अगर हम वर्षा ऋतु के नकारात्मक पक्षों की बात करें तो सबसे पहला बिंदु या निकल कर आता है कि अगर किसी राज्य या क्षेत्र में वर्षा अधिक मात्रा में हो जाती है तो वहां की नदियां पूरे उफान पर आ जाती है जिससे उस गांव में या उस क्षेत्र में बाढ़ आ जाता है और धन जन की क्षति होती है  उदाहरण के लिए हम अगर बिहार को ले ले तो हर साल वह बारिश की वजह से नदियां अपने जल स्तर से ऊपर आती है और बाढ़ आता है और काफी नुकसान लोगों को सहना पड़ता है।

वहीं अगर दूसरी तरफ बारिश ना हो तो किसान को काफी नुकसान होता है क्योंकि उनकी फसलों को सही समय पर पानी नहीं मिलने की वजह से नुकसान उठाना पड़ता है शहरी क्षेत्रों में अधिक वर्षा की वजह से सड़कों पर नालों का पानी इकट्ठा हो जाता है और सामान्य जनजीवन प्रभावित हो जाता है

निष्कर्ष

उपर्युक्त विषय बिंदुओं के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि वर्षा ऋतु मानव पशु तथा फसलों के लिए कितनी ज्यादा उपयोगी है वर्षा ऋतु की वजह से लोगों को ग्रीष्म ऋतु की मार से राहत मिलता है और किसानों को उनकी फसल के लिए उपयुक्त पानी का भंडार और जानवरों को वर्षा ऋतु के रूप में उपहार मिलता है।

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हमने ऊपर वर्षा ऋतु के सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों पक्षों के ऊपर चर्चा किया है इससे यह एक चीज सामने निकल कर आता है कि अगर वर्षा ऋतु सामान्य तथा समय पर हूं तो लोगों के लिए या वरदान है और अगर समय से पहले या बाद , अधिक मात्रा में  हो तो यह लोगों के जीवन को प्रभावित करता है


2. पर्यावरण Par Varsha Ritu का प्रभाव Nibandh in Hindi

भारत देश में कुल छह ऋतु पाए जाते हैं जिनमें से एक वर्षा ऋतु है। वर्षा ऋतु पर्यावरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण ऋतु में से एक है। भारत देश में यह जुलाई महीने में शुरू होती है और नवंबर महीने में जाकर खत्म हो जाती है।

बहुत ज्यादा गर्मी वाले मौसम को झेलने के बाद जब वर्षा ऋतु आती है तो हम सबके जीवन में उम्मीद और राहतों की बारिश कर देती है। मनुष्य के साथ पेड़ पौधे एवं पशु पक्षियों सभी उत्सुकता के साथ वर्षा ऋतु का इंतजार करते हैं। वर्षा ऋतु आने की ऐसी तैयारी होती है मानो कोई मेहमान हमारे घर आ रहा हो।

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भारत देश में वर्षा ऋतु को एक उत्सव की तरह मनाया जाता है। वर्षा ऋतु तक दिखाई दे देती है जब आकाश बहुत चमकीला, सफेद और गहरे नीले रंग का हो जाता है। जब वर्षा आने वाली होती है तब हम लोग कभी-कभी इंद्रधनुष भी आसमान में देख पाते हैं।

गहरे नीले रंग का बादल जब आसमान में दिखता है तो उससे होने वाली बारिश हमारे मन को भिगो कर रख देता है। इस तरह के दृश्य में हम सभी आसमान की ओर देखने लगते हैं और उसका तस्वीर लेने लगते हैं। वर्षा ऋतु के दिनों में आसमान में हमेशा गहरे नीले रंग के बादल छाए रहते हैं।

वर्षा ऋतु के आने पर सभी पेड़ पौधे खिलखिला उठते हैं और उन पौधों में नई-नई पत्तियों का आगमन होता है जिससे वहां बहुत सुंदर दिखते हैं। आस पड़ोस के मैदानों का घर पूरा हरा हो जाता है मानो मखमल सा बिछा दिया गया हो। 

जल के सभी अलग-अलग प्राकृतिक स्त्रोत्र जैसे नदियां, तालाब, गंडक आदि में जल का स्तर बढ़ जाता है जिससे हमें आगे चलकर पीने योग्य पानी प्राप्त होता है। भूभाग की मिट्टियों में कीचड़ जम जाते हैं जिसमें बच्चे अलग अलग प्रकार के खेल खेलते हैं और वर्षा ऋतु का आनंद लेते हैं।

जहां पर वर्षा ऋतु आने के इतने सारे फायदे हैं वही इसके कुछ नुकसान भी है। वर्षा ऋतु के आने पर विभिन्न प्रकार के संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है जैसे सर्दी, बुखार, खुजली आदि इसलिए हमें बरसात में बहुत सतर्क रहना चाहिए।

वर्षा ऋतु किसानों के लिए वरदान साबित होता है पर कभी-कभी बहुत अधिक बारिश होने से किसानों के फसलों का नुकसान हो जाता है। जिससे उन्हें बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यदि वर्षा ऋतु सही रूप से हो तो फसलों की मात्रा में दुगनी बढ़ोतरी होती है और किसानों को बहुत फायदा होता है।

निष्कर्ष

Varsha Ritu का आना अनिवार्य है और यह हमारे वातावरण और मानव कल्याण के लिए बहुत जरूरी है। वर्षा ऋतु के आने से सभी जीवो के अंदर आनंद सा छा जाता है और वह इस मौसम का मौज उठाने लगते हैं।

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वर्षा में किसानों द्वारा लगाए गए फसलों को उचित मात्रा में जल प्राप्त हो जाता है जिससे फसलों की खेती भी अच्छी होती है। जल के स्रोत में भी नियंत्रण बना रहता है जो हमारे वातावरण के लिए बहुत जरूरी है। वर्षा ऋतु मैं सकारात्मक और नकारात्मक दोनों चीजें पाई जाती हैं इसलिए हमें वातावरण के नियमों के हिसाब से ही चलना चाहिए।


3. Varsha Ritu or Indrdhanus Par Nibandh

वर्षा ऋतु के आने से आकाश में गहरे नीले बादल छाने लगते हैं और बिजलियां कड़कती है। पृथ्वी पर मौजूद सभी पेड़ पौधों में हरियाली छाने लगती है। वृक्ष में नए नए पत्ते निकलते हैं और वातावरण का हवा शुद्ध हो जाता है। किसानों के खेत ल-लहाने लगते हैं। वर्षा ऋतु हम सभी मानव जाति के लिए एक वरदान है। हम सभी वर्षा ऋतु का अपने जीवन में अभिनंदन करते हैं।

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने से शुरू होती है और दिसंबर के अंत तक खत्म हो जाती है। वर्षा ऋतु कड़ी गर्मियों के बाद आने से हमें बहुत राहत मिलता है। केवल इंसान ही नहीं पशु पक्षियों एवं पेड़ पौधों को भी वर्षा ऋतु के आने पर बहुत खुशी होती है।

आकाश के बीच बहुत से बादल और उन में चमकते इंद्रधनुष को देखने से मानो ऐसा लगता है कि मानो हम सभी स्वर्ग में आ गए हैं। जब आसमान गहरे नीले बादलों से भर जाती है तब बरसात होती है और इसी दौरान सूर्य की किरणें बादलों को काटती हुई इंद्रधनुष का निर्माण करती है और हमें बादलों में इंद्रधनुष दिखाई देने लगता है।

इंद्रधनुष को देखते ही हम सभी बहुत उत्साहित हो जाते हैं और इन चीजों को याद रखने के लिए हम अपने कैमरे से इंद्रधनुष की तस्वीरें भी लेने लगते हैं। सात रंगों से भरा हुआ इंद्रधनुष वर्षा ऋतु में काफी सुनहरा दिखता है।

इंद्रधनुष का दिखना शास्त्रों में अच्छा माना गया है क्योंकि इंद्रधनुष एक स्वच्छ वातावरण की पहचान है। वर्तमान समय में इंद्रधनुष बहुत कम देखने को मिलता है। क्योंकि हम सभी ने मिलकर वातावरण को प्रदूषित कर दिया है जिसके कारण हमे वर्षा ऋतु में इंद्रधनुष कम देखने को मिलता है।

निष्कर्ष

सामान्यता वर्षा ऋतु में आपको इंद्रधनुष देखने को मिल जाती है। वर्तमान समय में बहुत से कल कारखानों ऊंची इमारतों और पेड़ के काटने से पर्यावरण दूषित हो गई है। जिसके कारण इंद्रधनुष पहले के तुलना में कम देखने को मिलती है। इंद्रधनुष ईश्वर की ऐसी रचना है जिसे हम मानव जाति अभी तक पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं।

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जिस तरह से विज्ञान लोगों के लिए वरदान और अभिशाप दोनों है उसी प्रकार वर्षा ऋतु अगर सही मात्रा में सामान्य रूप से हो या वरदान है और अगर अधिक मात्रा में गलत समय पर हो तो या अभिशाप साबित होती है


सभी ऋतु का अपना अपना अलग महत्व होता है हमें सभी ऋतु का अपने जीवन में  सम्मान करना चाहिए।

आप हमें कमेंट बॉक्स में यह जरूर बताएं कि आपका पसंदीदा रितु कौन सा है? और हां आशा करता हु आपको यह Varsha Ritu Par Nibandh Hindi Mein अच्छा लगा होगा यदि है कृपया इस निबंध को आप अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सअप के माध्यम से शेयर करे। 

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