भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है यह प्रश्न अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं, इसलिए आज हम भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य तथा भारत का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है इसके बारे में भी जानेंगे।
इस तरह के प्रश्न हमारे पढ़ाई लिखाई के अलावा आम जिंदगी यों में भी पूछा जा सकता है इसलिए हमें इसकी विस्तृत जानकारी होनी चाहिए।
भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है इसके बारे में तो हम जानेंगे ही साथ ही हम उसके कारणों को भी जानेंगे जिसके वजह से वह भारत का सबसे सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य बन गया।
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भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य
हमारे भारत में कुल 29 राज्य है और इन सब में से हमने 10 ऐसे राज्यों का नाम तथा इसके कारणों को बताया है जिसकी वजह से यह राज्य भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य बन गया।
नीचे दी गई जानकारी को पढ़कर आपको आपके प्रश्न भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है इसका उत्तर मिल जाएगा।
1. उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है।
1 मार्च 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश में कुल जनसंख्या 199,581,477 लोगों की थी और यह भारत के कुल आबादी का 16.16 प्रतिशत हिस्सा है।
- उत्तर प्रदेश का जनसंख्या घनत्व 828 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो इसे सबसे घनी आबादी वाले राज्यों में से एक बनाता है।
- लिंग अनुपात 2011 में 1000 पुरुषों के लिए 908 महिलाओं का था।
- यहां पर सभी धर्म के लोग मिलजुल कर रहते हैं तथा इसलिए यहां बहुत तरह की भाषाएं बोली जाती है इसमें मुख्यतः हिंदी, उर्दू, भोजपुरी, पंजाबी इत्यादि हैं।
- 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की साक्षरता दर पुरुषों में 80% और महिलाओं में 60% देखी गई थी।
धर्म के अनुसार उत्तर प्रदेश की जनसंख्या
- हिंदू 79.73 प्रतिशत
- मुस्लिम 19.26 प्रतिशत
- सिख 0.32 प्रतिशत
- ईसाई 0.18 प्रतिशत
- जैन 0.11 प्रतिशत
- बौद्ध 0.10 प्रतिशत
- अन्य 0.30 प्रतिशत
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भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य होने का कारण
- बड़े उपजाऊ मैदान उपलब्ध है।
- स्थलाकृति देखने को मिलती है।
- सह-अस्तित्व धर्म यहां पर मौजूद हैं।
- शिक्षा का अभाव होने की वजह से यहां की जन्म दर अधिक है।
2. महाराष्ट्र
गेटवे ऑफ इंडिया कहां जाने वाला महाराष्ट्र भारत का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है।
2011 की राष्ट्रीय जनगणना के परिणामों के अनुसार महाराष्ट्र दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जिसमें 112,374,333 लोग रहते हैं जो कि भारत की जनसंख्या का लगभग 9.28% है।
- महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या में पुरुषों की संख्या 58,243,056 और महिलाओं की संख्या 54,131,277 है।
- यहां मुख्य रूप से मराठी और हिंदी भाषा बोली जाती है।
- महाराष्ट्र मेंथा लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 929 महिलाओं
- साक्षरता दर 83.2 प्रतिशत है इसमें पुरुष साक्षरता 89.82 प्रतिशत और महिला साक्षरता 75.48 प्रतिशत है।
- महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या में 55% जनसंख्या ग्रामीण है जबकि 45% जनसंख्या शहरी है।
धर्म के आधार पर महाराष्ट्र की जनसंख्या का प्रतिशत
- हिंदू धर्म 79.8 प्रतिशत
- मुसलमानों की संख्या 11.5 प्रतिशत
- बौद्ध धर्म 5.8 प्रतिशत
- सिख धर्म 0.2 प्रतिशत
- ईसाई धर्म 1 प्रतिशत
- जैन धर्म 1.2 प्रतिशत
भारत का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य बनने का कारण
- इस तरह के एक उच्च विकास दर के कारण के लंबे इतिहास की वजह से होना कहा जाता है
- मुंबई एक पूंजीवाद राज्य है इसलिए यहां लोग आर्थिक परिवर्तन हेतु इस राज्य की ओर पलायन करते हैं।
- महाराष्ट्र में लगभग 50 प्रतिशत आबादी ऐसी है जो दूसरे राज्यों से जाकर महाराष्ट्र में बस गई है।
- रोजगार के अवसर यहां पर अधिक मौजूद है।
3. बिहार
बिहार भारत का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है।
2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार की कुल जनसंख्या 104,099,452 थी जिसमें 54,278,157 पुरुष और 49,821,295 महिला शामिल थे।
- बिहार की जनसंख्या को विशिष्ट रूप से सामाजिक जाति और वंश और भाषा के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है।
- इसकी कुल जनसंख्या में 82.7 प्रतिशत जनसंख्या हिंदू की है जबकि दूसरे 17 प्रतिशत मुस्लिम और सिख धर्म मौजूद है।
- बिहार की कुल जनसंख्या का केवल 11% जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रहती है जबकि 89% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में जाती है।
- इसकी साक्षरता दर पुरुषों में 75% और महिलाओं में 53% है।
- बिहार का लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 918 महिलाएं हैं।
- बिहार के कुल 58% युवा 25 वर्ष से कम आयु के हैं।
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भारत का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य बनने का कारण
- बिहार में वंश वृद्धि की नीति अधिक देखने को मिलती है।
- यहां की साक्षरता दर इसकी जनसंख्या का सबसे मुख्य कारणों में से एक है।
- पुत्र की प्राप्ति को महत्वपूर्ण समझते हैं यह भी एक वशिष्ठ कारण है।
4. पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल भी जनसंख्या के मामले में पीछे नहीं है यह भी भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य में चौथे स्थान पर है।
2011 की राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल की कुल जनसंख्या 91,347,736 है जो भारत के कुल आबादी का 7.55 प्रतिशत हिस्सा है।
- पश्चिम बंगाल में हिंदू की जनसंख्या 64,385,546 है जबकि मुस्लिम आबादी 24,654,825 है।
- पश्चिम बंगाल का लिंग अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 947 महिलाएं हैं।
- यहां की साक्षरता दर 77.08 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय दर से अधिक है।
- राज्य में मुख्यतः बंगाली भाषा का प्रयोग होता है इसके अलावा हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी आदि का भी प्रयोग देखने को मिलता है।
सबसे अधिक जनसंख्या की सूची में चौथा स्थान प्राप्त करने का कारण
- बंगाल का विभाजन इसके घनत्व के मुख्य कारणों में से एक है।
- भारी वर्षा और उपजाऊ भूमि भी एक कारण है।
- उत्तर भारतीय लोग व्यापार के लिए पश्चिम बंगाल को सबसे अच्छा राज्य मानते हैं।
- दैनिक इस्तेमाल होने वाले वस्तुओं की मूल्य कम है।
5. आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश भारत का पांचवा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है।
2011 की जनगणना के अनुसार आंध्र प्रदेश की कुल जनसंख्या 49,386,799 थी।
- आंध्र प्रदेश की कुल जनसंख्या का 70.4 प्रतिशत ग्रामीण और 29.6 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में रहते हैं।
- यहां का लिंग अनुपात प्रति 1000 पुरुषों 996 महिलाओं को देखा गया है।
- आंध्र प्रदेश की कुल साक्षरता दर 67% है।
- यहां तेलुगु भाषा अधिक बोली जाती है तथा इसके साथ अंग्रेजी और हिंदी प्रयोग होता है।
- यहां की अधिकांश जनसंख्या हिंदू धर्म का पालन करती है जबकि थोड़े बहुत इस्लाम और ईसाई धर्म देखने को मिलते हैं।
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उच्च जनसंख्या होने के पीछे का कारण
- कम उम्र में विवाह की प्रवृत्ति को बढ़ती आबादी के कारणों में से एक कहा जाता है।
- आंध्र प्रदेश की प्राचीन परंपरा वहां के लोग अभी भी मानते हैं
- अधिक साक्षरता दर होने के कारण लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं इसलिए मृत्यु दर कम हो गई है।
6. मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश जिसे हम MP के नाम से भी जानते हैं यह भी भारत का सर्वाधिक जनसंख्या की सूची वाले राज्य में आता है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल आबादी में से 21% आबादी आदिवासियों में गिना जाता है।
- मध्य प्रदेश की मुख्य भाषा हिंदी है इसके अलावा खड़ी बोली, बुंदेली भी सुनने को मिलता है।
धर्म के आधार पर मध्य प्रदेश की जनसंख्या
- 90.9 प्रतिशत हिंदू धर्म
- 6.6 प्रतिशत मुस्लिम धर्म
- 0.8 प्रतिशत जैन धर्म
- 0.3 प्रतिशत बौद्ध धर्म
- 0.3 प्रतिशत ईसाई धर्म
- 0.2 प्रतिशत सिख धर्म
मध्य प्रदेश की उच्च जनसंख्या होने का कारण
- विभिन्न राज्यों से व्यक्तियों के काम और अन्य संबंधित चीजों के लिए आप्रवासन के साथ, राज्य के स्थानांतरण संख्या में भी विस्तार हुआ है।
- मध्यप्रदेश राज्य तेजी से विकास कर रहा है जिसके कारण यहां रोजगार के अवसर बढ़ते जा रहे हैं।
- यह शांतिप्रिय राज्य है जहां पर धार्मिक दंगे कम देखने को मिलते हैं।
7. तमिलनाडु
तमिलनाडु भारत का सातवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। 2011 की भारत की जनगणना में, तमिलनाडु की जनसंख्या 72,147,030 थी।
- 2005 और 2006 मैं यहां पर सबसे कम प्रजनन दर देखने को मिला है इस वजह से यहां की जनसंख्या स्थिर हो पाई थी।
- लगभग 48.4 प्रतिशत राज्य की आबादी शहरी क्षेत्रों में रहती है, जो भारत के बड़े राज्यों की तुलना में दूसरा सबसे बड़ा भाग है।
- तमिलनाडु में पुरुषों की संख्या 36,137,975 और 36,009,055 महिलाएं हैं इसलिए यहां का लिंग अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 995 महिलाएं है।
- तमिलनाडु की कुल साक्षरता दर 80% से भी थोड़ा ज्यादा है।
- यहां की भाषा मुख्य रूप से तेलुगु है लेकिन इसके अलावा आपको कन्नड़, मलयालम तथा अंग्रेजी देखने को मिलती है।
धर्म के आधार पर जनसंख्या
- 87.6 प्रतिशत हिंदू
- 6.1 प्रतिशत ईसाई
- 5.9 प्रतिशत मुस्लिम
- 0.1 प्रतिशत जैन
- 0.3 प्रतिशत अन्य
उच्च जनसंख्या होने का कारण
- कारणों में शहरीकरण शामिल है क्योंकि तमिलनाडु भारत के सबसे विकसित राज्यों में गिना जाता है।
- उच्च प्रजनन दर और निम्न मृत्यु दर भी जिम्मेदार है।
8. राजस्थान
राजस्थान भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य की सूची में आठवें नंबर पर आता है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान की कुल आबादी 68,548,437 है।
- देशी राजस्थानी लोग राज्य की आबादी का अधिकांश हिस्सा हैं
- राजस्थान की कुल साक्षरता दर 67% है जिसमें पुरुषों का भाग 80% और महिलाओं का भाग 52% है।
- राजस्थान में राजपूत जातियां सबसे अधिक पाई जाती है जो उनकी कुल आबादी का 10 भाग है।
- राज्य में अधिकतर हिंदी भाषा बोली जाती है इसके अलावा खड़ी बोली और थोड़ी बहुत हरियाणवी भी देखने को मिलती है।
धर्म के आधार पर जनसंख्या
- हिंदू धर्म 88.49 प्रतिशत
- मुस्लिम धर्म 9.07 प्रतिशत
- सिख धर्म 1.27 प्रतिशत
- जैन धर्म 0.91 प्रतिशत
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उच्च जनसंख्या होने का कारण
- कम उम्र में विवाह का होना तथा असंतुलित प्रजनन दर।
- साक्षरता के कारण परिवार नियोजन के बारे में कम जागरूकता आदि।
- पुत्र प्राप्ति की प्रमुखता का होना।
9. कर्नाटक
कर्नाटक भी भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य की सूची में नौवें नंबर पर आता है।
2011 की जनगणना के अनुसार, कर्नाटक की कुल जनसंख्या 61,095,297 थी जिसमें से 50.7 प्रतिशत पुरुष और 49.3 प्रतिशत महिलाएं थीं।
- कर्नाटक का लिंग अनुपात 1000 पुरुषों पर 973 महिलाएं हैं।
- यहां की कुल साक्षरता दर 75% है जिसमें से 83% पुरुषों की और 68% महिलाओं की है।
- कर्नाटक की अधिकारिक भाषा कन्नड़ है जो वहां के लगभग 67% आबादी बोलते हैं।
धर्म के अनुसार जनसंख्या
- हिंदू 12.92 प्रतिशत
- मुस्लिम 1.87 प्रतिशत
- ईसाई 0.72 प्रतिशत
- जैन 0.16 प्रतिशत
- बौद्ध 0.05 प्रतिशत
- सिख 0.02 प्रतिशत
- अन्य धर्मों 0.27 प्रतिशत
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कर्नाटक में अधिक जनसंख्या होने का कारण
- क्योंकि रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास से संबंधित औद्योगीकरण और शहरीकरण ने देश भर के लोगों को आकर्षित किया है।
- रोजगार के अच्छे अवसर तथा अधिक आए।
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के कारण मृत्यु दर का कम होना।
10. गुजरात
भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य की बात करें तो गुजरात दसवीं नंबर पर आता है।
- 2011 के जनगणना के अनुसार गुजरात की कुल जनसंख्या 60,383,6282011 थी।
- जनसंख्या घनत्व 797.6 / वर्ग मील है, जो अन्य भारतीय राज्यों की तुलना में कम है
- गुजरात में लिंग अनुपात की बात करें तो प्रत्येक 1000 पुरुषों के लिए 918 लड़कियों है।
- राज्य की कुल जनसंख्या का 5% अनुसूचित जाति से संबंध रखता है।
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उच्च जनसंख्या के पीछे कारण
- अहमदाबाद और राजकोट जैसे शहरों में प्रशासन, औद्योगीकरण और शहरीकरण
- परिवार कल्याण कार्यक्रमों में सफलता है पिछड़े शहरों में जनसंख्या वृद्धि के मुख्य कारण।
- अधिक आए और अच्छे रोजगार
प्रश्न और उत्तर
भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य का नाम सिक्किम है जिसमें भारत के 29 राज्यों के मुकाबले सबसे कम जनसंख्या मौजूद है।
भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है जो उत्तर भारत में स्थित है इसकी जनसंख्या का सबसे मुख्य कारण है यहां की साक्षरता दर।
भारत का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य महाराष्ट्र है, जिसकी सबसे अधिक जनसंख्या होने का कारण उसका औद्योगिक करण है।
भारत का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य का नाम बिहार है यह उत्तर पूर्व भारत मैं स्थित है इसकी जनसंख्या का मुख्य वजह इस की साक्षरता दर और पुत्र प्राप्ति की इच्छा है।
भारत में जनसंख्या वृद्धि का सबसे प्रमुख कारण साक्षरता दर और पुत्र प्राप्ति की इच्छा है जिसकी वजह से भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है।
दुनिया में दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भारत है और प्रथम स्थान पर चीन है, हालांकि चीन और भारत की जनसंख्या में ज्यादा अंतर नहीं है।
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निष्कर्ष : सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है
जनसंख्या हमारे भारत देश के विकास में एक अवरुद्ध का काम करता है इसलिए हमें जनसंख्या दर को स्थिर करना पड़ेगा जिससे हमारे भारत देश का विकास जल्दी हो सके।
इसके लिए हमें भारत में शिक्षा दर को बढ़ाना होगा जैसे-जैसे शिक्षा दर बढ़ेगी वैसे-वैसे जनसंख्या दर भी कम आएगा।
दोस्तों मैं आशा करता हूं सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है? यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।
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1 thought on “भारत का 10 सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है? कारण सहित वर्णन”