आज हम लोग जानेंगे मनरेगा की मजदूरी कितनी है और नरेगा के तहत अलग-अलग राज्यों में कितना लेबर रेट दिया जाता है तथा All State Mgnrega Majduri Rate List 2022 क्या है?
जैसा कि हम सभी को पता है नरेगा योजना को हमारे भारतीय विधानसभा द्वारा 7 सितंबर 2005 को पास किया गया जिसके बाद नरेगा योजना के तहत कार्य की शुरुआत आंध्र प्रदेश में पहली बार 2 फरवरी 2006 में हुई।
आज 2022 में मनरेगा योजना के तहत भारत के सभी राज्यों में कार्य हो रहे हैं इसलिए आज हम जानेंगे कि मनरेगा की मजदूरी अलग-अलग राज्यों में कितनी है?
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मनरेगा की मजदूरी कितनी है?
मनरेगा योजना के तहत भारत के विभिन्न राज्यों में मनरेगा की औसत मजदूरी ₹230 है जो हर साल भारत के विकास दर के अनुसार घटती एवं बढ़ती रहती है।
मनरेगा योजना भारत के सभी राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश में लागू होती है एवं भारत में रहने वाले जिस व्यक्ति के पास भी उनका जॉब कार्ड है उस व्यक्ति को मनरेगा के तहत भारत सरकार वर्ष के 100 दिनों के लिए रोजगार की गारंटी एक निश्चित आय के साथ उपलब्ध कराएगी।
नरेगा योजना के तहत दी जाने वाली मजदूरी भारत के विभिन्न राज्यों की जनसंख्या एवं शिक्षा दर के ऊपर निर्भर करती है जिसके कारण हमें मनरेगा योजना के तहत भारत के विभिन्न राज्यों में दी जाने वाली बस दूरी भिन्न-भिन्न होती है।
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विभिन्न राज्यों में मनरेगा की 1 दिन की मजदूरी कितनी है (2020-2022)
भारत के विभिन्न राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश में मनरेगा के तहत 1 दिन की कितनी मजदूरी 2022 में कितनी मिलती है इसकी संपूर्ण जानकारी हमने नीचे दी गई तालिका में बताया है।
तालिका में 2020 और 2022 में मनरेगा के तहत दी जाने वाली 1 दिन की मजदूरी की व्याख्या और उनके बीच का अंतर भी दिया गया है।
राज्य | 2022 मनरेगा प्रतिदिन की मजदूरी | 2020 मनरेगा प्रतिदिन की मजदूरी | 2020 और 2022 के मनरेगा की मजदूरी में अंतर |
आंध्र प्रदेश | ₹245 | ₹237 | ₹8 |
अरुणाचल प्रदेश | ₹212 | ₹205 | ₹7 |
असम | ₹224 | ₹213 | ₹11 |
बिहार | ₹198 | ₹194 | ₹4 |
छत्तीसगढ़ | ₹193 | ₹190 | ₹3 |
गोवा | ₹294 | ₹280 | ₹14 |
गुजरात | ₹229 | ₹224 | ₹5 |
हरियाणा | ₹315 | ₹309 | ₹6 |
हिमाचल प्रदेश | ₹254 | ₹248 | ₹6 |
जम्मू और कश्मीर | ₹214 | ₹204 | ₹10 |
लद्दाख | ₹214 | ₹204 | ₹10 |
झारखंड | ₹198 | ₹194 | ₹4 |
कर्नाटक | ₹289 | ₹275 | ₹14 |
केरल | ₹291 | ₹291 | ₹0 |
मध्य प्रदेश | ₹193 | ₹190 | ₹3 |
महाराष्ट्र | ₹248 | ₹238 | ₹10 |
मणिपुर | ₹251 | ₹238 | ₹13 |
मेघालय | ₹226 | ₹203 | ₹23 |
मिजोरम | ₹233 | ₹225 | ₹8 |
नागालैंड | ₹212 | ₹205 | ₹7 |
ओडिशा | ₹215 | ₹207 | ₹8 |
पंजाब | ₹269 | ₹263 | ₹6 |
राजस्थान | ₹221 | ₹220 | ₹1 |
सिक्किम | ₹212 | ₹205 | ₹7 |
तमिलनाडु | ₹273 | ₹256 | ₹17 |
तेलंगाना | ₹245 | ₹237 | ₹8 |
त्रिपुरा | ₹212 | ₹205 | ₹7 |
उत्तर प्रदेश | ₹204 | ₹201 | ₹3 |
उत्तराखंड | ₹204 | ₹201 | ₹3 |
पश्चिम बंगाल | ₹213 | ₹204 | ₹9 |
2022 में गैर अनुसूचित क्षेत्रों के लिए मनरेगा की मजदूरी दर ₹203 है और लाचुंग और लायन ग्राम पंचायत के लिए मजदूरी दर ₹318 है।
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मनरेगा की मजदूरी किस तरह से मिलती है?
मनरेगा की मजदूरी सरकार द्वारा सीधे हर महीने मजदूरों के बैंक खातों में भेज दिया जाता है जिससे मजदूर बैंक के जरिए जब चाहे तब मनरेगा के तहत आने वाले मजदूरी का इस्तेमाल कभी भी कर सकते हैं।
अगर मजदूर चाहे तो मनरेगा की मजदूरी उसके बैंक खाते में आई है या नहीं उसकी जांच मनरेगा के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं, जहां उन्हें अपनी मजदूरी तथा बैंक में भेजे गए मजदूरी के पैसे का सारा विवरण प्राप्त हो जाएगा।
मनरेगा का पैसा कितने दिनों में बैंक में प्राप्त होता है?
मनरेगा का पैसा आमतौर पर 15 से 30 दिनों के बाद बैंक खाते में प्राप्त होता है लेकिन यदि आप चाहें तो इसे अपने मुताबिक मनरेगा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर सेट कर सकते हैं।
इसके अलावा मनरेगा के पैसे को बैंक में प्राप्त करने के लिए आप उसके ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर अपना अनुरोध डाल सकते हैं जिससे कि आपको वह पैसा 1 से 2 दिन में भी प्राप्त हो जाएगा।
याद रखें कि सरकार केवल वर्ष के 100 दिनों की ही गारंटी देती है उसके बाद आपको मनरेगा के द्वारा मजदूरी प्राप्त होगी या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है।
मनरेगा योजना का लक्ष्य क्या है?
भारत सरकार द्वारा मनरेगा योजना का लक्ष्य है कि भारत के आर्थिक स्थिति को सुधारा जाए और युवाओं के अंदर बेरोजगारी की समस्या को कम किया जाए इसलिए सरकार ने वर्ष के 100 दिनों के लिए निश्चित आय की घोषणा युवाओं के लिए की है
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इस सबसे भारत के युवाओं के अंदर आत्मबल बढ़ेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगी साथी उन्हें कुछ नए रास्ते खोजने का भी अवसर मिलेगा।
प्रश्न और उत्तर
भारत में मनरेगा की औसत मजदूरी ₹230 है जो अलग-अलग कारणों पर निर्भर करती है क्योंकि यह योजना भारत में बड़े स्तर पर प्रभावी है।
मनरेगा के अंतर्गत आप अपना जॉब कार्ड मनरेगा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर बनवा सकते हैं जहां आपको अपनी आधार कार्ड एवं अपनी निजी जानकारी भर नहीं होती है और 10 से 15 दिनों में आपको अपना जॉब कार्ड मिल जाएगा।
मनरेगा के जॉब कार्ड में जो भी पैसा है उसे आप मनरेगा के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपने जॉब कार्ड का विवरण भरने के बाद आपको वहां आपके जॉब कार्ड में कितने पैसे हैं यह बता देगा।
UP में मनरेगा की मजदूरी ₹204 है जो 2020 में ₹201 हुआ करती थी।
हरियाणा में मनरेगा की मजदूरी ₹315 है जो 2020 में ₹309 हुआ करती थी।
राजस्थान में मनरेगा की मजदूरी ₹221 है जो 2020 में ₹220 हुआ करती थी।
बिहार में मनरेगा की मजदूरी ₹198 है जो 2020 में ₹194 हुआ करती थी।
हरियाणा में मनरेगा योजना के तहत दी जाने वाली मजदूरी सबसे अधिक है जो ₹315 है और यह किसी और राज्य के मुकाबले सबसे अधिक है।
नरेगा योजना के तहत 2022 में लाचुंग पंचायत कि मनरेगा मजदूरी ₹318 है।
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निष्कर्ष
भारत के युवा बेरोजगारी से पीड़ित हैं और उन्हें आत्मबल और नए अवसर की जरूरत है जिससे उनका आर्थिक एवं मानसिक विकास हो सके जिसमें यह योजना कारगर साबित हो रही है।
हम आशा करते हैं आपको हमारी विभिन्न राज्यों में मनरेगा की मजदूरी कितनी है और उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान जैसे राज्यों में मनरेगा की मजदूरी रेट 2022 के ऊपर यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।
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