दोस्तों आज हम लोग हिंदी में जानेंगे कि Corn Flour Kya Hota Hai जैसा कि आप लोग सभी जानते हैं कि हमारे समाज में बहुत तरह की भोज्य पदार्थ पाए जाते हैं इसलिए आज हम लोग एक ऐसे ही खाद पदार्थ कॉर्नफ्लोर के बारे में बात करेंगे
कॉर्नफ्लोर के बहुत सारे उपयोग हैं और साथ ही कुछ नुकसान भी हैं जिसे आप को ध्यान में रखना चाहिए इसलिए आज हम लोग कॉर्नफ्लोर की सारी विशेषताओं को अच्छे से जानेंग।
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Corn Flour Ka Matlab Kya Hota Hai
दोस्तों Hindi में Corn Flour Ka Matlab मकई का आटा Hota है जो एक प्रकार का आटा है यह मकई के दानों को पीसकर बनाया जाता है, मकई के ऊपरी परत पर एक छिलका का होता है जिसके अंदर भ्रूण कोष होते है, एवं इसे पीसकर मकई का आटा बनाया जाता Hai.
सभी आटे की तरह मकई का आटा भी एक मुख्य खाद पदार्थ के रूप में उपयोग होता है। इसकी ऊपरी परत पीले एवं सफेद रंग की होती है कभी-कभी मकई का रंग हल्की बैगनी कलर का भी हो सकता है या उस मकई के प्रजाति के ऊपर निर्भर करता है, यह देखने में पूरी तरह गेहूं की तरह ही होता है पर इसकी ऊपरी सतह चिकना होता है।
कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व
कॉर्नफ्लोर में बहुत प्रकार के पोषक तत्व हैं जो आपके शरीर को पोषण प्रदान करता है नीचे दिए गए तालिका में आप इसमें पाए जाने वाले सारे पोषक तत्वों के बारे में जान सकते हैं।
क्रम संख्या | पोषक तत्व के नाम | पोषक तत्व की मात्रा /100gm |
1. | एनर्जी | 361 कैलोरी |
2. | फैट | 3.9g |
3. | सैचुरेटेड फैट्स | 0.5g |
4. | ट्रांस फैट | 0g |
5. | कोलेस्ट्रॉल | 0mg |
6. | सोडियम | 5mg |
7. | पोटेशियम | 315mg |
8. | कार्बोहाइड्रेट | 76.8g |
9. | शुगर | 0.6g |
10. | फाइबर | 13.4g |
11. | प्रोटीन | 6.9g |
कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले विटामिन्स
क्रम संख्या | विटामिन के नाम | विटामिन % मात्रा/100gm |
1. | विटामिन ए | 4% |
2. | कैल्शियम | 1% |
3. | विटामिन बी6 | 19% |
4. | जिंक | 12% |
5. | पैंटोथैनिक एसिड | 7% |
6. | विटामिन सी | 0% |
7. | आईरन | 30% |
8. | कॉपर | 11% |
9. | फास्फोरस | 27% |
10. | मैग्नीशियम | 23% |
11. | रिबॉर्न प्लेविन | 5% |
12. | नियासिन | 10% |
कॉर्नफ्लोर के उपयोग (Uses Of Corn Flour)
- आइसक्रीम बनाने के लिए दूध में कॉर्नफ्लोर को मिला दिया जाता है जिससे दूध गाढ़ा हो जाता है जिससे आइसक्रीम बनाने में मदद मिलती है, कॉर्नफ्लोर का उपयोग बड़ी-बड़ी आइसक्रीम कंपनियों द्वारा बड़ी मात्रा में की जाती है।
- यदि आप रसोई घर में कुछ स्पेशल बना रहे हैं जैसे कि कोफ्ते, मंचूरियन साइड, कटलेट आदि चीजों में कॉर्नफ्लोर को मिलाया जाता है जिससे वह टाइट हो जाती है और फ्राई करने में बहुत मदद मिलती है।
- इसके अलावा यदि आप ग्रेवी, सूप आदि जैसी चीज बना रहे हो तो उसमें कारण फ्लावर मिला के आप उसे गाढ़ा कर सकते हैं जिससे उसका स्वाद बढ़ जाएगा।
- इसका अधिकतर एंटीकेकिंग एजेंट या चीनी पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है ।
- पिज़्ज़ा बनाने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे पिज़्ज़ा हट और डोमिनोस पिज़्ज़ा यह लोग बहुत अधिक मात्रा में कॉर्नफ्लोर का उपयोग पिज़्ज़ा बनाने में करते हैं।
- बाजारों में पाया जाने वाला विभिन्न प्रकार के प्राइड चिप्स एवं कुरकुरे आदि को बनाने में कॉर्नफ्लोर की अहम भूमिका होती है इनको बनाने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियां बहुत अधिक मात्रा में कॉर्नफ्लोर का आयात करती है।
- खाने वाले व्यंजनों के अलावा कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल बच्चों के पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है ।
- कॉर्नफ्लोर का उपयोग एयर बैग एवं बायोप्लास्टिक के निर्माण में बड़ी-बड़ी कंपनियों इसका इस्तेमाल करती है।
- चिकित्सा के क्षेत्र में कॉर्नफ्लोर का उपयोग ब्लड शुगर के स्तर को सही रूप में बनाए रखने के लिए किया जाता है क्योंकि इसमें ग्लूकोस को सोखने की क्षमता होती है इसलिए इसे इस्तेमाल करने से ब्लड शुगर का नियंत्रण रखने में मदद मिलती है।
- स्टार्च का उपयोग चिकित्सा विभाग मैं भी बड़ी मात्रा में किया जाता है इससे मेडिकल में पाए जाने वाले उत्पादों जैसे हैंड ग्लव्स, सूट्स इत्यादि बनाने के काम में आता है।
- बड़े-बड़े बिस्कुट कंपनियां इसका इस्तेमाल बिस्कुट को भुरभुरा बनाने में इस्तेमाल करती है जिससे बिस्कुट खाने में अच्छा लगता है।
- केक बनाने के लिए उस पर एक अच्छी कोटिंग की जरूरत पड़ती है जिससे केक देखने में सुंदर लगता है और इसके लिए कॉर्नफ्लोर का उपयोग किया जाता है।
कॉर्नफ्लोर के फायदे (Corn Flour Ke Fayde)
1. अंगो को संचालित करना
ऑर्गेनिक रूप में उगाए गए कॉर्नफ्लोर जिसको आटा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है एवं उसमें पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर मौजूद होते हैं जो शरीर के विभिन्न भागों को सही रूप से संचालित करने में मददगार होता है।
2. ग्लूकोस मुक्त लस
मकई का आटा ग्लूकोस मुक्त होता है जिससे वह लॉस-लसा नहीं होता और लॉस-लसा खाद्य पदार्थ को खाने से सूजन की खतरा बन जाता है और विभिन्न प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो जाती है यदि आप कॉर्नफ्लोर का उपयोग अपने खाद पदार्थ के रूप में इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके शरीर में सूजन को रोकने में मदद करता है।
3. फाइबर युक्त
कॉर्नफ्लोर में फाइबर अच्छी मात्रा में पाई जाती है जो हमें ऊर्जा देने में मदद करता है जिससे हम पूरे दिन स्वस्थ और जागरूक रह पाते हैं।
4. प्रोटीन से भरपूर
एक नियमित कॉर्नफ्लोर में अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है यदि हम कॉर्नफ्लोर का सेवन करते हैं तो वह हमारे शरीर को प्रोटीन प्रदान करता है और हमें स्वस्थ बनाए रखने में हमारी मदद करता है।
5. पाचन तंत्र का अच्छा होना
मकई में सेल्यूलोज, हेमिकेलुलोज, आदि पाए जाते हैं जिन्हें अघुलनशील फाइबर कहां जाता है। यह अघुलनशील और घुलनशील के बीच अच्छा संतुलन बनाए रखने मैं हमारी मदद करता है जिससे हमारा पाचन तंत्र अच्छा एवं मजबूत बन जाता है।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
कॉर्नफ्लोर में उच्च स्तर पर एंटी-ऑक्सीडेंट एजेंट पाया जाता है जो हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों को रोकने में हमारी सहायता करती है। सूरज से आने वाली पराबैंगनी किरणों में कुछ मुक्त कण पाए जाते हैं जो हमारे त्वचा के लिए बहुत ही हानिकारक है कॉर्नफ्लोर हमें इससे भी बचाने में हमारी मदद करता है।
कॉर्नफ्लोर से होने वाले नुकसान
कॉर्नफ्लोर एक ऐसा पदार्थ है जिसमें फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं जो इस प्रकार से हैं।
बिमारियों का खतरा
बाजारों में पाया जाने वाला कॉर्नफ्लोर जेनेटिकल रूप से संशोधित किए जाते हैं और साथ ही उस पर खतरनाक कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है जो मानव शरीर के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं है, इसलिए हमेशा ऑर्गेनिक रूप से पाए जाने वाले कॉर्नफ्लोर का ही उपयोग करें।
शरीर में पोषक तत्वा की कमी
जेनेटिकल रूप से संशोधित किया जाने वाला कॉर्नफ्लोर जिसमें काफी हद तक यह पाया गया की यह पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रक्रिया को यह प्रभावित करती है।
क्योंकि इसमें फैटिक एसिड उच्च मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में मौजूद आवश्यक पोषक तत्व को अवशोषित कर लेता है जिससे शरीर में आवश्यक मात्रा में पोषक तत्व नहीं पहुंच पाता।
तेजी से वजन का बढ़ना
कॉर्नफ्लोर में बहुत अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है जिससे सरीर का वजन जल्दी जल्दी बढ़ता है, इसलिए यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आप कौन फ्लावर का सेवन कम करें क्योंकि इससे आपके शरीर का वजन बढ़ता है इस से आपकी Height पे असर पर सकता है।
दिल की बीमारी
कॉर्नफ्लोर के अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है जो एक खराब किस्म का कोलेस्ट्रॉल होता है यदि यह आपके शरीर में बन जाता है तो यह आपकी शरीर में विभिन्न बीमारियों जैसे सदमा, हिर्दय में दर्द आदि को उत्पन्न कर सकता है।
महत्वपूर्ण सुचना
यह सभी कॉर्नफ्लोर के नुकसान जो अभी आपने ऊपर पढ़ा है यह सभी नुकसान तभी आपके शरीर पे प्रभाबित होगी जब आपके कॉर्नफ्लोर में कोई दिकत होगा.
एक बात का हमेशा ध्यान रखे की आप जिस कॉर्न का इस्तेमाल कर रहे हैं वह जेनेटिकल निर्मित नहीं होना चाहिए, बाज़ारो में पाए जाने वाले अधिकतर कॉर्नफ्लोर इस तरह के ही होते हैं इस लिए जब आप कॉर्नफ्लोर खरीद रहे हो तो इस बात की पुस्टि जरूर कर ले।
यदि आपका कॉर्नफ्लोर पूरी तरह से ऑर्गेनिक है तो यह आपके शरीर में कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
कॉर्नफ्लोर को कैसे रखना चाहिए
कॉर्नफ्लोर नमी को अवशोषित कर लेता है इसलिए इसे पूरी तरह से एयरटाइट कंटेनर में रखना चाहिए जिससे यह हवा के संपर्क में नहीं आएगा,
आप इसे अधिक गर्म स्थान या अधिक ठंडा स्थान पर ना रखें हमें इसे सुख स्थान पर ही रखना चाहिए जिससे हमारा कॉर्नफ्लोर बहुत दिनों तक चलेगा और खराब भी नहीं होगा।
कॉर्नफ्लोर घर पर किस प्रकार से बना सकते हैं
Corn Flour Kya Hota Hai इस के बाद आइए देखते हैं क्रमबद्ध तरीके से कॉर्नफ्लोर को घर पर किस प्रकार से बनाया जा सकता है आप भी इसे बनाने का प्रयास घर पर जरूर करें।
- सबसे पहले मकई के आटे को पानी में 2 से 4 घंटे के लिए भिगोकर रख दे।
- भिगोने के बाद हम उसे एक बर्तन में निकाल लेंगे
- उसके बाद उसके ऊपरी परत को छील लेंग।
- जो हमने छिलके बाहर निकालना है उसे हमें फेंक देना है
- तब बचा हुआ जो हमारा मकई है उसे धूप में अच्छी तरह से सूखा लेना है।
- सूख जाने के बाद हम उसे अच्छी तरह से पीस लेंग।
- पीसे हुए मकई को हम लोग कड़ाही में हाई फ्लेम पर गर्म कर लेंग।
- गर्म होने के बाद हमे उसे निकल लेना है और एक बार फिर से अच्छी तरह से पीस लेना है।
- अब हमारा कॉर्नफ्लोर बनकर तैयार हो गया है
- आप मजे से इस का इस्तेमाल कर सकते है।
मकई के पतले किस्म के आटे को कॉर्नफ्लोर कहते हैं, कॉर्नफ्लोर एक अच्छा खाद पदार्थ है इसमें कोई शक नहीं है।
इसका इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियां करती है आप भी इसका इस्तेमाल बेझिझक कर सकते हैं पर आपको एक बात ध्यान रखनी है कि आप जिस कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल कर रहे हैं वह ऑर्गेनिक होना चाहिए।
प्रश्न और उत्तर : corn flour kya hota hai
दोस्तों कॉर्नफ्लोर का मतलब मकई का आटा होता है जो एक प्रकार का आटा है यह मकई के दानों को पीसकर बनाया जाता है, मकई के ऊपरी परत पर एक छिलका का होता है जिसके अंदर भ्रूण कोष होते है, एवं इसे पीसकर मकई का आटा बनाया जाता है।
Corn Flour Ko हिंदी में मकई का आता कहते हैं या मकई के आते से थोड़ा हे लगा है बस इसे पीसने से पहले पानी में फूलना परता है।
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