अगर आप नहीं जानते कि जैविक खाद बनाने की विधि क्या है और केंचुआ, गोबर और गीले कचरे से बने जैविक खाद के उपयोग से होने वाले फायदे तथा नुकसान क्या है? तो बने रहिए हमारे इस लेख में क्योंकि यहां हम इस सभी बिंदुओं की व्याख्या विस्तार से करने वाले हैं।
जैविक खाद पूरी तरह से प्राकृतिक से प्राप्त होता है और इस खाद में कोई भी रासायनिक पदार्थ नहीं मिलाया जाता है। जैविक खाद का उपयोग कर हम मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को बढ़ा सकते हैं। जैविक खाद के द्वारा की जाने वाली कृषि को जैविक कृषि भी कहते हैं।
जैविक खाद मुख्यता पौधों और जानवरों के कचरे से बनाई जाती है। कचरा कहने का यह तात्पर्य है कि पौधे और जानवरों के द्वारा त्यागे गए ऐसे पदार्थ जो मनुष्य जीवन के लिए उपयोगी नहीं है उसी का इस्तेमाल करके हम जैविक खाद बना सकते हैं।
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जैविक खाद बनाने की घरेलू विधि
यदि आप घर पर जैविक खाद बनाने की विधि के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको यहां पर कुछ विधि बताएंगे जिसके माध्यम से आप अपने घर पर जैविक खाद बना सकते हैं।
आइए जानते हैं जैविक खाद बनाने की घरेलू विधि:
1. गीले कचरे से जैविक खाद बनाने की विधि
- जैविक खाद बनाने की इस विधि में बड़े आकार के बर्तनों को ले।
- सबसे पहले, अपनी रसोई घर के कचरे को सूखे और गीले कचरे में विभाजित करें। बचे हुए भोजन और फलों के छिलके गीले कचरे होते हैं और प्लास्टिक, कागज सूखा कचरा होता है।
- दोनों कचरो को विभाजित कर लेने के बाद दोनों को अलग-अलग बाल्टी में डालें।
- गीले कचरे की बाल्टी में भरे हुए कचरे को बड़े आकार के बर्तन में डालें और उसे सरने दे।
- फिर सड़न प्रक्रिया के साथ आप चाहे तो उसमें गाय के गोबर आदि भी डाल सकते हैं।
- बड़े आकार के बर्तन में रखा हुआ कचरा हर दूसरे दिन पलट दें। कचरा यदि अधिक गीला हो तो उसमें सूखे पत्ते डालकर मिलाएं।
- दो से 3 दिन कचरे के बर्तन को उल्टाने और उसे सही से मिलाने के बाद उसे बाहर 30 से 45 दिनों के लिए खुला छोड़ दें।
- डेढ़ से 2 महीने बाद गीला कचरा पूरी तरह से जैविक खाद बन जाएगा जो कृषि को उपजाऊ बनाने में आपकी मदद करेगा।
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2. केंचुआ से जैविक खाद बनाने की विधि
जैविक खाद बनाने की इस प्रक्रिया में केंचुआ मुख्य रूप से काम करती है। केंचुआ को जीने के लिए हवा पानी तथा भोजन की आवश्यकता होती है जो यह मिट्टी से प्राप्त कर लेते हैं।
- सबसे पहले, कटा हुआ अखबार, कार्डबोर्ड, नारियल के रेशे और सूखे गोबर के उपले को लीजिए।
- एक बड़ा प्लास्टिक का बाल्टी ले और उसे पूरी तरह से पानी से भिगो दें।
- भीगी हुई बाल्टी को मिट्टी से भर दे और उसमें केंचुआ को रख दें और उसे छोड़ दें।
- एक या दो दिन पर आप उस मिट्टी में कुछ गीले कचरे या गोबर भी डाल सकते हैं।
- 20 से 30 दिन इस प्रकार से मिट्टी को केंचुए और गीले कचरे के साथ छोड़ने से जैविक खाद विकसित हो जाएगा।
- अब आप इस जैविक खाद का इस्तेमाल अपने खेतों में कर के कृषि का कार्य शुरू कर सकते हैं।
3. जैविक खाद बनाने की बोकाशी विधि
इस विधि में मौजूद छोटे सूक्ष्मदर्शी जीव उपयोगी होते हैं जिसके माध्यम से कचरा परिवर्तित होकर भूण बन जाता है।
- कचरे को भूर्ण बनाने के लिए रसोई का दैनिक कचरा एयर टाइट ड्रम में डालें।
- ड्रम को पूरी तरह से एयरटाइट करके कचरा रख देने पर उसमें कीड़ों उत्पन्न हो जाएगा।
- फिर उसमें बोकाशी पाउडर डालें और मिलाएं और उसे बंद करके छोड़ दें।
- कुछ दिन बाद ड्रम के नीचे कुछ छेद कर दें जिससे कि जमा हुआ गैस निकल जाएगा।
- 10 से 15 दिन इसी प्रकार से इसे खुले में छोड़ देने के बाद उस में फंगस आ जाएगा।
- अब आपका जैविक खाद बनकर तैयार है जिसका इस्तेमाल आप अपने खेतों में कर सकते हैं।
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4. गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि
गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि बहुत आसान है आइए जानते हैं।
- सबसे पहले, गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि में आपको ढेर सारा गाय या भैंस के गोबर की जरूरत पड़ेगी।
- बहुत सारे गोबर को एक जगह खुले में एकत्रित करें और उसे छोड़ दें।
- 15 से 20 दिन गोबर को खुले में छोड़ देने से गोबर में मौजूद नमी दूर हो जाएगी।
- गोबर से नमी दूर होने के बाद आप गोबर को जैविक खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
गांव के तरफ गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि सबसे लोकप्रिय है। जैविक खाद भारत सरकार द्वारा भी इस्तेमाल करने के लिए कहा जाता है।
5. अंडे के छिलके से जैविक खाद बनाने की विधि
अंडे के छिलके से जैविक खाद बनाने का तरीका में आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं जिससे आप आसानी से घरेलू जैविक खाद बना सकते हैं।
- रोजाना घर में इस्तेमाल होने वाले अंडे के छिलके को एक बाल्टी में जमा करते जाएं।
- जब कुछ अंडे के छिलके आपके पास जमा हो जाएंगे तो उसे धूप में रोजाना सूखने दें।
- उसके बाद जब अंडे के छिलके पूरी तरह से सूख जाए तो उसे अच्छी तरह पीस लें।
- अंडे के छिलके का पिसा हुआ पाउडर में 95% कैलशियम कार्बोनेट होता है जो खाद की उपज के लिए लाभकारी है।
- अंडे के छिलके का पिसा हुआ पाउडर आप अपने बगीचे के मिट्टी में मिला सकते हैं जिससे आपका बगीचा और उपजाऊ हो जाएगा।
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जैविक खाद का उपयोग क्या है?
जैविक खाद का उपयोग मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को बढ़ाने के लिए होता है। यह जैविक खाद पूरी तरह से प्राकृतिक संगत होते हैं जिसके कारण फसलों को कोई नुकसान नहीं होता है और खेतों में उगने वाला फसल स्वस्थ होता है।
जैविक खाद के कुछ मुख्य उपयोग
- मिट्टी की उम्र क्षमता को बढ़ाने के लिए
- फसलों की स्वस्थ उपज के लिए
- पौधों में पोषक तत्व और नमी को बनाए रखने में
जैविक खाद के फायदे
- मिट्टी की उर्वरता के स्तर को बढ़ाने में।
- मिट्टी के पोषक स्तर को बढ़ाता है।
- कृषि में कीटनाशकों को कम करता है।
- मिट्टी की संरचना और वातन में सुधार करके मिट्टी की भौतिक स्थिति में सुधार करता है।
- मिट्टी की अंतःस्यंदन क्षमता को बढ़ाता है, इस प्रकार सतही अपवाह को कम करता है।
- पौधों के पोषक तत्वों और नमी को बनाए रखने में सहायता करता है।
- अच्छी तरह से विघटित खाद मिट्टी की प्रतिक्रिया को रोकता है।
- मिट्टी के तापमान को नियंत्रित कर उसे उपजाऊ बनाता है।
- यह मिट्टी में मृदा माइक्रोबियल गतिविधि को भी बढ़ाता है जो लागू रासायनिक उर्वरकों के खनिजकरण में मदद करता है।
जैविक खाद के नुकसान
- सभी जैविक खाद सामान्य रूप से नहीं बनाए जाते हैं।
- जैविक खाद मैं कभी-कभी पोषक तत्व कम हो जाता है।
- घर पर जैविक खाद बनाने की विधि कठिन है।
- जैविक खाद को बनाने में अधिक समय लग जाता है।
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प्रश्न और उत्तर
कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट खाद किसान खाद के नाम से जानी जाती है। किस का रासायनिक सूत्र NH4NO3 होता है।
जैविक खाद की कीमत बाजारों में लगभग ₹25 प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिलती है।
जैविक खाद तैयार करने की सबसे अच्छी विधि गोबर और केंचुए वाली है जिससे इस्तेमाल करना सबसे आसान है।
जैविक खाद बनाने की विधि में लगभग 15 से 20 दिन का समय तो लगता ही है इसके अलावा कई और विधि भी उपलब्ध है जिसमें 1 से 2 महीने का समय भी लग सकता है।
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निष्कर्ष
जैविक खाद का उपयोग करना हमारे लिए अच्छा है क्योंकि जैविक खाद ऐसे पदार्थों से बन जाती है जो हमारे जीवन में अधिक महत्व नहीं रखते हैं। हम सभी को घर पर जैविक खाद बनाने का तरीका के बारे में पता होना चाहिए जिससे कि हम अपने जीवन में उपलब्ध व्यर्थ चीजों का इस्तेमाल कुछ अच्छे कार्य के लिए कर सकते हैं।
हम आशा करते हैं आपको हमारे द्वारा कचड़े, केंचुए तथा गोबर से जैविक खाद बनाने की विधि क्या है और जैविक खाद के फायदे और नुकसान क्या है के ऊपर हमारी यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।
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