दोस्तों आज हम लोग जानेंगे लोकोमोटर विकलांगता क्या है (Locomotor Disability Hindi Meaning) और लोकोमोटर विकलांगता कैसे मापी जाती है तथा Locomotor Disability का क्या कारण होता है? इन सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए लेख को पूरा पढ़ें।
विकलांगता के 21 प्रकारों में से एक “लोकोमोटर विकलांगता” है जो भारत सरकार के RPWD Act 2016 के तहत आती है, भारत में लगभग 1% से 2% आदमी लोकोमोटर विकलांगता से ग्रसित है।
इस लेख के संपूर्ण भाग में हम लोकोमोटर विकलांगता का अर्थ (Locomotor Disability Meaning In Hindi) जानने की कोशिश करेंगे ताकि हमें इसके प्रकार के प्रभाव का वास्तविक कारण पता चल सके।
विषय सूची
लोकोमोटर विकलांगता क्या होता है? (Locomotor Disability Meaning In Hindi)

हड्डियों, जोड़ों या मांसपेशियों की अक्षमता के कारण अंगों की गति पर पर्याप्त प्रतिबंध का लगना ही लोकोमोटर विकलांगता होता है। लोकोमोटर विकलांगता के होने पर आप अपने शरीर के अंग को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने में असमर्थ हो जाते हैं।
Locomotor Disability का सीधा Meaning यह है कि आप अपने शरीर के किसी भी अंग को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में असमर्थ हैं। लोकोमोटर विकलांगता को हिंदी में “गतिशील विकलांगता” भी कहते हैं।
विकलांग व्यक्तियों के अधिकार के लिए भारत सरकार द्वारा RPWD अधिनियम 2016 लाया गया जिसे 28 दिसंबर 2016 को संसद द्वारा पास किया गया जिसके बाद 19 अप्रैल 2017 से विकलांग व्यक्तियों को विशेष अधिकार मिला।
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RPWD अधिनियम 2016 के तहत लोकोमोटर विकलांगता के लिए भी विशेष प्रकार की सुविधाएं दी गई है इसके अलावा इस अधिनियम में सभी प्रकार के विकलांग श्रेणियों को भी शामिल किया गया है।
लोकोमोटर विकलांगता का कारण क्या है? (Locomotor Disability Reason)
निम्नलिखित कारण जो आपके शरीर में लोकोमोटर विकलांगता पैदा कर सकती है:
- पोलियो
- सेरेब्रल पाल्सी
- विच्छेदन
- रीढ़ की चोट
- सिर की चोट
- कोमल ऊतकों
- फ्रैक्चर
- मस्कुलर डिस्ट्रॉफी
- पक्षाघात
- बौनापन
- न्यूरोलॉजिकल स्थितियां
- गठिया
- दुर्घटना
- अनुवांशिकता
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इन सब कारणों के अलावा भी कई ऐसे और कारण है जिससे लोकोमोटर विकलांगता जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
लोकोमोटर विकलांगता के प्रकार (Types Of Locomotor Disability In Hindi)

लोकोमोटर विकलांगता के प्रकार शरीर के विभिन्न भागों में होने वाली विकलांगता के आधार पर बांटी गई है जो कुछ इस प्रकार से है।
लोकोमोटर विकलांगता के निम्नलिखित प्रकार:
- ऊपरी अंग की लोकोमोटर विकलांगता
- निचले अंग की लोकोमोटर विकलांगता
- बौनेपन के मामले में लोकोमोटर विकलांगता
- रीढ़ की लोकोमोटर विकलांगता
- अपंग में लोकोमोटर विकलांगता
- रेडियल और उलनार से संबंधित लोकोमोटर विकलांगता
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लोकोमोटर विकलांगता के प्रकार के अनुसार उसकी चिकित्सा की जा सकती है लेकिन ज्यादातर मामलों में यह स्थाई होती है जिस कारण लोगों को व्हील चेयर, वैशाखी और लाठी जैसे चीजों का सहारा लेकर चलना पड़ता है।
RPWD अधिनियम 2016 सभी विकलांग व्यक्तियों को समाज में रहने वाले दूसरे व्यक्तियों की तरह समान सुरक्षा और अधिकार देता है।
लोकोमोटर विकलांगता कैसे मापी जाती है? (Measurement Of Locomotor Disability)
लोकोमोटर विकलांगता को मापने के लिए कार्यात्मक सीमाओं और शारीरिक दुर्बलता को मापा जाता है। इसमें व्यक्ति द्वारा गति संबंधित गतिविधियों को कराया जाता है जिससे उनकी क्षमता और अक्षमता का पता चलता है।
व्यक्ति द्वारा शरीर के विभिन्न भाग से गति संबंधित गतिविधियों को करने से उनकी लोकोमोटर विकलांगता मापी जाती है और उसी आधार पर उन्हें विकलांगता का प्रमाण पत्र भी दिया जाता है।
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अगर लोकोमोटर विकलांगता की पहचान शुरुआत में की जाए तो इसके इलाज में सहायता मिलती है। बच्चे या व्यस्त को नियमित चिकित्सा कराने पर शारीरिक कमजोरी में सुधार आता है तथा लोकोमोटर जैसी विकलांगता का सामना नहीं करना पड़ता है।
लोकोमोटर विकलांगता का प्रभाव (Effect Of Locomotor Disability In Hindi)
दूसरे व्यक्तियों की तरह लोकोमोटर विकलांगता वाले लोग अपने अंगों के सहारे चलने तथा किसी कार्य को करने में सक्षम नहीं होते हैं।
लोकोमोटर विकलांगता (Locomotor Disability) किसी व्यक्ति की चलने, खड़े होने, चीजों को हाथों से पकड़ने की क्षमता को बुरी तरह से प्रभावित करता है जिससे उन्हें अपने दैनिक जीवन के कार्यों में भी दिक्कत आती है।
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विकलांगता से पीड़ित व्यक्ति के शिक्षा में भी बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकि वह अपने मन मुताबिक किताबों को खरीद नहीं सकते उसे पढ़ नहीं सकते तथा शिक्षा ग्रहण करने के लिए विभिन्न संस्थाओं में भी जाना उनके लिए मुश्किल हो जाता है।
प्रश्न और उत्तर
हड्डियों, जोड़ों या मांसपेशियों की अक्षमता के कारण अंगों की गति पर पर्याप्त प्रतिबंध का लगना ही लोकोमोटर विकलांगता है।
अपनी जिले के CMO Office मैं जाकर आप अपना विकलांगता का प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। विकलांगता सर्टिफिकेट का फॉर्म आपको वहीं ऑफिस में दिया जाएगा जिसे भरकर जमा करने के बाद आप की जांच की जाएगी तत्पश्चात आप का विकलांग प्रमाण पत्र बन जाएगा।
Loco शब्द लैटिन भाषा की शब्द है जिसका अर्थ “हरकत” होता है और “Motor” शब्द का तात्पर्य होता है “विस्थापन” अर्थात लोकोमोटर का मतलब होता है “हरकत करके अपने शरीर के अंगों को विस्थापित करना”
लोकोमोटर विकलांगता में व्हीलचेयर, बैसाखी, तीन पहिए की गाड़ी, लाठी, स्टील लेग, स्टील हैंड आदि का इस्तेमाल होता है।
किसी भी चीज को अपने शरीर के माध्यम से सामान्य रूप से ना कर पाना ही विकलांगता होता है।
लोकोमोटर विकलांगता को हिंदी में गतिशील विकलांगता कहते हैं। लोको मोटर का सीधा अर्थ होता है कोई गतिशील चीज।
नहीं, हकलाना विकलांगता नहीं है यह शब्द अनुशासनहीनता है जिसका इलाज आप Speech डॉक्टर से करवा सकते हैं।
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निष्कर्ष
समाज में भगवान द्वारा विभिन्न प्रकार की असमानताएं बनाई गई है जो हमें किसी लोकोमोटर विकलांग व्यक्ति और किसी सामान्य व्यक्ति के बीच दिखाई देती है। इसलिए हमें भगवान द्वारा बनाई गई सभी चीजों के प्रति आदर और सम्मान का भाव रखना चाहिए।
हमें आशा है कि आपको हमारी लोकोमोटर विकलांगता क्या है और लोकोमोटर विकलांगता का कारण तथा प्रकार क्या होता है? साथ ही Locomotor Disability के प्रभाव के ऊपर यह जानकारी अच्छी लगी होगी।
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Locomotor Disability Meaning In Hindi से जुड़ी हुई कोई भी प्रश्न या सुझाव आपके मन में हो तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं हम उसका उत्तर अवश्य देंगे।
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sir mera ek hath puru tarah sidha nhi hota hai mujhe certificate milega
सरवन जी, अगर आपका एक भी हाथ पूरी तरह से सीधा नहीं होता है तो आपको जरूर लोकोमोटर विकलांगता का सर्टिफिकेट मिलेगा। इसके अतिरिक्त जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से अपना हाथ दिखा सकते हैं।